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10.11.09

फोनिया के पलटवार के बाद बुरे फंसे खंण्डूड़ी और चुफाल


फोनिया े पलटवार े बाद बुरे फंसे खंण्डूड़ी और चुफाल

राजेन्द्र जोशी

देहरादून। भाजपा े वरिष्ठ विधाय ेदार सिंह फोनिया े ताजा बयान े बाद अब भाजपा े प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल विवादों में आ गये हैं। फोनिया ने यह ि खंण्डूड़ी ा गढ़वाल दौरा बेहद निजी था साथ ही उने द्वारा पार्टी और सरार िसी भी उपलब्धि ा प्रचार न िये जाने ारण विधायों ा उने दौरे से गायब रहना वाजिब था। फोनिया ने खुलेतौर पर पार्टी अध्यक्ष चुफाल े खिलाफ गुट बाजी ो सरंक्षण देने ा बिगुल फूं दिया है। ऐसे में बिशन सिंह चुफाल अब पार्टी फोरम पर ही घिरते नजर आ सते हैं। हाल में ही पूर्व मुख्यमंत्री भुवनचन्द्र खंण्डूड़ी े राज्य भ्रमण े दौरान चमोली व रूद्रप्रयाग जिले ी पांचोंं विधानसभाओं े विधायों ा उनार्य्रमों में शिरत न रने े बाद खंण्डूड़ी नाराज हो गये थे। उन्होने राजधानी पहुंचर बाायदा प्रेसवार्ता र अपनी इस नाराजगी ो जाहिर िया था। पार्टी प्लेटफार्म े बजाय सार्वजनि रूप से खंण्डूड़ी ी इस नाराजगी से पार्टी ी खासी िरिरी हुयी है। मजेदार बात तो यह है ि खंण्डूड़ी जब प्रेसवार्ता में अपनी नाराजगी जाहिर र रहे थे पार्टी े मुखिया बिशन सिंह चुफाल भी उन्ही े बगल में बैठे हुए थे। उन्होने खंण्डूड़ी ी बात ो ही आगे बढ़ाते हुए दौरे े दौरान खंण्डूड़ी ी बैठों से अनुपस्थित विधायों से जवाब तलब त रने ी घोषणा ी थी। अब जब विधाय ेदार सिंह फोनिया ने पार्टी अध्यक्ष ी जवाबतलबी ो खारिज रते हुए खंण्डूड़ी े दौरे पर ही सवाल खड़े र दिये हैं,ऐसे में खंण्डूडी े साथ ही पार्टी अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल स्वयं ही विवादों में आ फंसे हैं। ेदार सिंह फोनिया ने खंण्डूड़ी े उत्तराखण्ड दौरे े संदर्भ में तीखी टिप्पणी रते हुए हा है ि यह उना निजी दौरा था इसलिए पार्टी िसी भी विधाय ा उस दौरे से ोई मतलब नहीं। उन्होने पार्टी े नियमों ा हवाला देते हुए साफ हा ि ोई भी विधाय ेवल उन्ही ार्य्रमों में हिस्सा लेने े लिए बाध्य है जो पार्टी अथवा सरार ी गतिविधियोंं से जुड़े हों। उन्होने खंण्डूड़ी पर आरोप लगाया ि प्रदेश भ्रमण े दौरान खंण्डूड़ी ने हीं भी मुख्यमंत्री निशं े मिशन 2020 और मिशन 2012 े विजन ा उल्लेख नहीं िया। फोनिया ने खंण्डूड़ी ो उत्तराखण्ड ी जनता पर थोपा गया मुख्यमंत्री रार दिया उन्होने साफ हा ि खंण्डूड़ी भी भी विधायों ी पसंद नहीं थे। इतना ही नहीं फोनिया ने खंण्डूड़ी ो भाजपा में लार राजनीति मंच दिलाने ो भी अपने जीवन ी सबसे बड़ी भूल त रार दिया। उन्होने बताया ि पौड़ी संसदीय सीट से खंण्डूड़ी ो टिट दिये जाने ी वालत भी उनी गलती थी। अब फोनिया े इन तेवरों से शेष विधायों ो बल तो मिला ही है साथ ही पार्टी अध्यक्ष खुद भी अनुशासनहीनता े दायरे में आ खड़े हो गये हैं। पार्टी ुछ वरिष्ठ नेता स्वीार रते हैं ि यह पार्टी ा अन्दरूनी मामला था जिसे सार्वजनि मंच पर जाहिर रना उचित नहीं था। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी े प्रदेश अध्यक्ष द्वारा निश्चित रूप से गलती ही हुई है। अब वे स्वयं ही पार्टी अनुशासन े घेरे में आ सते हैं।

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