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12.11.09

पुलिस दीवान की दिवानगी से महकमा हुआ हैरान!

नारायण परगाई की रिपोर्ट
देहरादून। पुलिस के एक दीवान ने उत्तराखंड के लोगों को राजाओं के दीवान की याद ताजा करा दी है। पुलिस का यह दीवान अपनी दीवानी झाडता है और रोजाना हजारों रूपये अपनी तिजोरी में डाल लेता है। पुलिस विभाग के आला अध्किारी और कर्मचारी भी उसकी इस करतूत को जानते हैं लेकिन करें क्या यह शख्स दीवान जो है। मित्रता सेवा सुरक्षा का नारा देने वाली पुलिस पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं ताजा मामला पुलिस विभाग में तैनात एक दीवान पर रोजाना हजारों रूपये इकट्ठा किए जाने का सामने आया है। पिछले कापफी समय से मोटी रकम लेकर मामलों को रफा-दपफा करने में इस दीवान की भूमिका खासी अहम मानी जारही है ओर उसकी इस करतूत की भनक पुलिस के आला अधिकारियों को भी नहीं है। एक तरफ तो प्रदेश के मुख्यमंत्राी डा. रमेश पोखरियाल निशंक प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म किए जाने दीवान द्वारा हजारो रूपये की उगाई किए जाने के बाद उसका हिस्सा बंटवारा न कर पूरी रकम खुद ही डकार लिए जाने के बाद अब पुलिस कर्मी आपस में लडते दिखाई दे रहे हैं। पिछले कई महीनों में चौकी में आए कई मामलों को रफा-दपफा किए जाने की एवज में मोटी रकम लेकर इसे चौकी से ही निपटा दिया गया और इसकी भनक चौकी के इंचार्ज के अलावा आला अधिकारियों को भी नहीं लग पाई । इससे पूर्व भी कई मामलों में मोटी रकम लिए जाने की जानकारी प्राप्त हो रहीहै। इतना ही नहीं मोबाइल खो जाने पर रिपोर्ट लिखाने के लिए आने वाले व्यक्ति से मोबाइल का ईएमआई न. लेने के बाद मोबाइल को ढूंढते हुए व्यक्ति को न देकर इसे भी आपस में बांट लिए जाने की बात सामने आई है। पिछले काफीसमय से इस गोरखधंध्े को बखूबी पुलिस अधिकारियों की नाक के नीचे अंजाम दिया जा रहा है। वहीं सूचना के अधिकारी अधिनियम के तहत एक व्यक्ति द्वारा पुलिस अध्किारियों एवं कर्मचारियों की चल-अचल सम्पत्ति का विवरण मांग लिए जाने के बाद पुलिस के ऐसे अध्किारियों में हडकंप मच गया है जिनके पास लाखों रूपये की बेशकीमती सम्पत्ति मौजूद है। प्रदेश के मुख्यमंत्राी की कमान संभालने के बाद डा.रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा भ्रष्ट अध्किारियों पर शिकंजा कसे जाने पर विजिलेंस की टीम ने कई अधिकारियों को घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्रतार किया। तभी से अधिकारियों में खौफ का साया बरकरार हो गया लेकिन बावजूद इसके अभी भी दीवान द्वारा मोटी रकम वसूल किए जाने का खेल बखूबी खेला जा रहा है। इससे पूरे प्रदेशकी पुलिस का जहां मनोबल गिर रहा है वहीं ईमानदार पुलिसकर्मी दीवान की इस हरकत से खासे परेशान नजर आ रहे हैं।उनका साफ कहना है कि जिस तरह से दीवान द्वारा मोटी रकम लेकर मामलों को रफा-दपफा कर दिया जाता है उससे आम जनता के बीच पुलिस की जो छवि खराब हो रही है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता पुलिस द्वारा ईमानदारी से काम किए जाने की जो बात कहती है वह इस तरह की हरकतों से पूरा पुलिस विभाग बदनाम हो रहा है जिस पर शीघ्र ही लगाम लगाई जानी चाहिए।

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