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2.11.09

क्या करू मैं अगर तुम्हे फिर प्यार हो गया तो ?


अभी तो 5 ही बजे थे सुबह के, फिर क्यों जगा दिया आपने मम्मी। मैंने तो आपको कहा था की मुझे कल मत जगाना मेरी छुट्टी हैं कल की .............

मम्मी : बेटा देर तक नही सोते अच्छे बच्चे...

फिर अचानक से पापा की भी आवाज आई नालायक उठ जा और दूध ले आ, और कितना सोयेगा तू, सो सो कर तो तुने कुम्भकरण का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया हैं, चल जल्दी से दूध ले आ .....

मुझे बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा हैं की एक तो रात को 2 बजे तक मैंने पढाई की और सुबह सुबह छुट्टी वाले दिन जगा के दूध लेने के लिए भेज दिया । सारे रास्ते मेरे दिमाक में बस यही बातें चलती रही थी और मैं अपनी ही धुन में लगा हुआ था।

मदर डेयरी पर : भईया दो टोकन दे दो, पीछे से किसी और की भी आवाज आई मुझे भी एक टोकन दे दो । ये आवाज कुछ जानी-पहचानी लग रही थी, पीछे की देखा तो मेरी खुशी का ठिकाना ही नही रहा। ये तो वही लड़की थी जिसे मैंने आपने एक दोस्त की बहन की शादी में देखा था और जिसे देख कर मुझे कुछ-कुछ होने लगा। दिखने में बहुत ही मासूम और बेहद ही शांत स्वाभाव की थी। मैंने बहुत सोचा की आखिर मेरे जैसा लड़का किसी लड़की को कैसे पसंद कर सकता हैं वो भी जिसे एक बार ही देखा हो ?
लेकिन वो थी भी ऐसी की जिसे कोई भी पहली बार देखे तो उसपे फ़िदा हो जाए.

डेयरी पर मैं पीछे हो गया तो वो थोड़ा आगे बड़ी और पैसे आगे बढाते हुए मुझे थँक्स बोला और मुस्कुरा कर दूध लेने लगी ...........
फिर मैंने भी टोकन लिया और दूध लेकर चला आया घर।

घर पर : क्या लड़की थी वो मैं तो पागल हो रहा था, बस उसकी के बारे में सोच रहा था, फिर अचानक ही मुझे उसकी वो प्यारी सी मुस्कान और उसका थँक्स बोलने का अंदाज याद आ गया और थोडी शर्म सी भी आने लगी। मैं अन्दर ही अन्दर खुश हो रहा था की उसने मुझे देख कर स्माइल पास की, फिर थोडी देर बाद ही एक और ख्याल ये आया की काश की मैं उसके थँक्स का ही जवाब दे देता । लेकिन मैं बेवकूफ एक लड़की की स्मिले पे इस कदर दीवाना हो गया की मुझसे कुछ बोला ही नही गया ।
पुरा दिन मैं बस उसी के खयालो में खोया रहा। क्या करू क्या न करू, कैसे उससे बात करू, क्या वो मुझसे बात करेगी, उसका नाम क्या होगा, या क्या कभी हम दोनों ......, या क्या कभी मैं उसे दुबारा देख पाउँगा। इसी प्रकार के प्रश्न मेरे दिमाक में घूम रहे थे ।
शाम को : टिंकू से, तुझे पता हैं कल दीपक की बहन की शादी में मैंने तुझे जो लड़की दिखाई थी,
टिंकू : हाँ, क्या हुआ उसने तुझे भाई बोल दिया क्या या वो मुझसे मिलने को कह रही थी ????? :)
नही यार ! तू भी न ऐसा मजाक मत किया कर यार । वो भला मूझे भाई क्यों बोलेगी। अभी तो मैंने उसे परपोस भी नही किया हैं, परपोस करने की बात तो छोड़ मुझे तो उसका नाम भी नही पता हैं ?
टिंकू : चल ये बता तू क्या बता रहा था ?
पता हैं आज सुबह जब मैं दूध लेने गया तो...

-------------: क्रमश :-------------
क्या करू मैं अगर तुम्हे फिर प्यार हो गया तो ? (दूसरी कड़ी)
आज सुबह वो भी डेरी पर दूध लेने आई थी, और उसने मुझे थँक्स भी बोला.
अच्छा उसने तुझे थँक्स बोला
हां ! यार और हसी भी थी वो थोडी सी..
हां हँसेगी, अगर में भी अपनी बहन के साथ जाता हु दूध लेने तो वो भी मुझे कई बार थँक्स बोलती हैं ...हः हा अह आहा हा
अबे यार तू फिर शुरू हो गया न ...
सॉरी यार, आगे बोल क्या हुआ ?
बस कुछ नहीं यार वो दूध लेकर चली गयी और में भी चला आया .
अबे ! तुने उसका नाम तक नहीं पूछा क्या ?
नहीं तो !
क्या यार तू भी न लल्लू हैं . नाम तो पूछ लेता उसका , घर में ढूंड लेता, आखिर वो हमरी होने वाली भाभी जी हैं .....
क्या करता भाई ? मेरी तो कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था. में तो बस उसकी उस मुस्कराहट में खोया हुआ था जो उसने थँक्स बोलते हुए दी थी . आगे कुछ बोल पता की वो चली गयी.
चल छोड़ यार! फिर दुबारा मिले तो पूछ लियो .
हां ! लकिन में उससे बात कैसे शुरू करू ? कोई आईडिया तो दे, तू तो इन चीजो में उस्ताद हैं न !!

  देख उससे सीधे बात मत करियो तू पहले उससे जैसा की उसने किया था स्माईल दियो, फिर जैसे ही वो भी स्माईल दे उसे गुड मोर्निंग बोल कर दूध ले कर चलता बनियों. इससे होगा क्या की तू भी उसकी नजरो में आ जायेगा. और में उसके बारे में पूछता हु की कौन हैं वो और कहा रहती हैं.
चल ठीक हैं , चल अब कुछ खाते हैं .....................................

रात को :-  मम्मी कल से में सोच रहा हु की सुबह जल्दी उठने की आदत डाल लू और दूध लेने अब से मैं ही सुबह जाऊंगा.
मम्मी : चल अच्छी बात हैं इसी बहाने सुबह-सुबह दूध भी लेता आएगा और मोर्निंग वाक् भी कर लेगा.
लेकिन मम्मी मैं तो यह कह रहा था की मैं सिर्फ दूध लेने ही जाऊंगा........
बेटा मैं भी तो यहीं कह रही हु की सुबह सुबह मोर्निंग वाक् के लिए भी चला जाईयो.
ठीक हैं, ठीक हैं चला जाऊंगा.

मजा आ गया, कल वो आएगी या नहीं, या फिर कही वो मुझसे पहले चली गयी तो या मैं पहले आ गया तो, रात भर मेरे दिमाग में यही चलता रहा और पता नही कब आख लग गयी.


सुबह के वक़्त :- मोम डोलू दो मैं धुध लेने जा रहा हूँ .
बेटा इतनी जल्दी!
नहीं मोम वो इसके बाद वाक् पर भी तो जाना हैं.
ठीक हैं ये ले डोलू.

रस्ते में :- अरे वो जो लड़की आगे जा रही हैं कहीं वो वही तो नहीं जिसे कल मैंने देखा था ?
थोडा जल्दी भागते भागते उसके पीछे जाकर देखा .
अरे ये तो वही हैं, कितनी प्यारी लग रही हैं और ये तो सिर्फ मेरे लिए ही बनी हैं.

दुकान पर :- अंकल जी एक टोकन देना, फिर पीछे से मैंने भी बोला ....अंकल जी मुझे भी दो टोकन देना, उसने पीछे देखा और मैंने भी उसे एक स्माईल पास की तो फिर क्या था उसने भी एक प्यारी सी स्माईल दी,
ओये होए क्या लग रही थी वो, सुबह सुबह जन्नत के दर्शन हो गए .....
जैसे ही उसने दूध लिया मैंने भी जल्दी से दूध ले लिया और उसके पीछे-पीछे चलने लगा.

रास्ते में : कैसे शुरुवात करू ? इससे क्या बोलू ? टिंकू ने जो कहा था वही बोलू इसे!
पीछे से आवाज लगाते हुए, अरे आप रोज सुबह यहाँ दूध लेने आते हो,
हाँ ! आप भी रोज आते हो क्या ?
नहीं ! अभी कल से आना शुरू किया हैं .
सोचा की सुबह जल्दी उठने की आदत डाल लू.
अच्छी आदत डालने की सोच रहे हो आप सुबह जल्दी उठने की! वरना तो लड़के सुबह देर से उठते हैं.
दिमाग में ख्याल आया, ये लड़की तारीफ़ कर रही हैं या .....
मैंने आपको परसों अपनी दोस्त ममता की शादी में देखा था. आप अच्छा नाचते हैं.
आप भी आई थी ममता की शादी में ?
वाव! पता हैं ममता मेरे सबसे अच्छे दोस्त सुमित की बहन हैं और मेरी भी !

हाँ! ममता ने ही बताया था आपके बारे में मुझे. वैसे आप क्या क्या करते हैं, मैंने सुना हैं आप पढाई में भी अच्छे हैं और डांस में तो हैं ही..
मन में तो मेरे लड्डू तरह तरह के फुट रहे थे, की शायद इसे मैं पसंद हु.
नहीं! वैसे मैं आम तौर पर डांस नहीं करता लेकिन दोस्तों ने इतना फोर्स किया तो मैंने भी थोड़े हाथ-पैर हिला दिए इधर-उधर. वैसे मुझे डांस नहीं आता.
अच्छा जी ! आपको डांस नहीं आता, तभी तो सारे आपसे डांस के मुव्स सीखते हैं........
अरे! ये आपको किसने बताया ?
मैंने कहा न की ममता मेरी बेस्ट फ्रेंड हैं और उसने कई बाते बताई हैं आपके बारे में.. अभी तो बहुत सी बाते हैं जो मुझे पता हैं.
थोडा मुस्कुराते हुए मैं आपने घर की और चला गया.


घर पर :- अरे मोम आज से नहीं मैं कल से वाक् पर जाऊँगा. आज थोडी थकान हो रही हैं.
क्या हुआ ? चल कोई बात नहीं नहा ले और स्कूल के लिए तैयार हो जा वैसे भी तेरे एक्साम आने वाले हैं.
ठीक हैं मोम.

स्कूल में :- अबे यार तुझे पता हैं वो लड़की सुमित की बहन ममता की बेस्ट फ्रेंड निकली.
अबे साले क्या बात कर रहा हैं, तेरी तो निकल पड़ी. और बता क्या क्या बाते हुई ? तेरे उसके बीच में.
बस कुछ  ज्यादा बाते तो नहीं हुई, लेकिन ममता ने उसे काफी कुछ बताया हैं मेरे बारे में, उसे क्या पड़ी थी ये सब बताने के लिए उसे किसने कहा था ?
अबे जाने दे न, हो सकता हैं की शायद वही तेरे बारे में पूछ रही हो और शादी में जब तू नाच रहा था तो वो खाली तुझे ही देख रही थी बल्कि हर कोई तुझे ही देख रहा था.
हां वो भी यही बता रही थी.
चल तुने उसका नाम पूछा क्या ?
अरे यार ! बातो बातो में मैं तो उसका नाम ही पूछना भूल गया .
क्या यार, अभी लड़की मिली नहीं और तुझे भूलने की बीमारी पहले ही लग गयी.
अरे नहीं यार, पुरे रस्ते हमदोनो बाते करने में इतने मगन थे की नाम ही नहीं पूछा, चल कल पूछ लूँगा उससे उसका नाम.

अगली सुबह देरी पर :- अरे पवन जी गुड मोर्निंग,
पीछे मुडा, अरे आप गुड मोर्निंग जी, कैसे हो आप ? और आपको मेरा नाम कैसे पता चला?
अजी मैंने आपको कल बतया था न की मुझे तो आपके बारे में बहुत कुछ पता हैं.
अरे हां, ममता ने तो नाम बता ही दिया होगा. लेकिन मुझे आपका नाम नहीं पता ?
मेरा नाम पुष्पा हैं. और मैं आपके ही मोहल्ले में पिछले ८ सालो से रहती हूँ और मैंने कभी आपको नहीं देखा था....
अब तो देख लिया न, दुनिया बहुत छोटी हैं.




-------------: क्रमश :-------------

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